मर्दानगी की खोज: पुरुषार्थ से अपने लक्ष्य की दिशा में
मर्दानगी की खोज:पुरुषार्थ से अपने लक्ष्य की दिशा में
पिछले 40-50 सालों में मर्दों की मर्दानगी 80% तक कम हो चुकी है। अब कुछ लोंगो को मर्दानगी का सिर्फ़ एक ही मतलब पता है, ख़ैर वो उनकी सोच है ।
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मर्दानगी की खोज |
मर्दानगी का मतलब है पुरुषार्थ से, क्या हम एक पुरुष होने का पूरा हक़ अदा कर रहे हैं,
आज कल ज़्यादातर कमज़ोर मर्दों में कोई युद्ध की सोच नहीं, न जीत की, न ज़िम्मेदारी की, न भरोसा, न साथ , न प्यार, न परिवार, सब कुछ एकदम शून्य हो चुका है, उनके अंदर का पुरुष मर चुका है।
कुछ पुरुष महिलाओं की खूबसूरती के ग़ुलाम हैं, कुछ नशे के, कुछ मोटी थोन्द वाले खाने के,कुछ महिलाओं से भी ज़्यादा महिला बन चुके हैं।
बात आती है कि आज के मकड़जाल वाले समय में भी मर्दाना कैसे बना जाएं -
मर्दाना ताकत कैसे बढ़ाएं।

- उसके लिए अच्छी किताबें पढ़ो, वर्कआउट करो, पोर्न वीडियो मत देखो, कम से कम 8 घण्टे सोना, लड़कियों का पीछा छोड़ना, खुदपर काम करना, नेगेटिविटी से दूर रहना और सबसे जरूरी अपना मक़सद हमेशा याद रखें।
- कठिनाई और संघर्ष का अनुभव करने से पुरुष ज़्यादा सुंदर हो जाते हैं।
मर्दाना ताकत बढ़ाए
मर्दानगी का अर्थ:
मर्दानगी व्यक्ति के लिए साहस, सामर्थ्य और सहनशक्ति की प्रतीक होती है। यह शब्द मूल रूप से 'मर्द' से जुड़ा है, जिसका अर्थ होता है पुरुष या नर। मर्दानगी व्यक्ति की सामर्थ्य और स्थायित्व की प्रशंसा करने के लिए उपयोग किया जाता है।
मर्दानगी के गुण:
- मर्दानगी एक महत्वपूर्ण गुण है जो एक व्यक्ति के व्यवहार, सोच, और दृष्टिकोन को परिभाषित करता है। यह विशेषता सिर्फ पुरुषों में ही नहीं होती है, बल्कि यह एक स्वाभाविक गुण है, जो व्यक्ति के संगठनशीलता, निर्णय क्षमता, और सहनशीलता को प्रकट करता है। यह विशेषता समाज में एक मार्गदर्शक भूमिका निभाती है और सफलता को प्राप्त करने में मदद करती है।
- मर्दानगी संबंधित गुणों का एक संगम है, जो साहस, सामर्थ्य, और अनुशासन का संक्षेपण करता है। एक मर्द को संयमित होना, दृढ़ता से निर्णय लेना, और परिश्रम करना सीखना चाहिए। यह गुण उसके स्वयं को समझने, संघर्षों से निपटने, और जीवन में समृद्धि प्राप्त करने में मदद करता है। समाज में एक मर्द ने सही नेतृत्व, न्याय, और सम्मान के लिए एक अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया है।
मर्दानगी के गुण मर्दानगी क्या है ?
मर्दानगी यह नहीं है, कि केवल शारीरिक मजबूती और शक्ति को मान्यता दी जाए। वास्तविक मर्दानगी शक्ति के साथ संतुलित मानसिकता, शिक्षा, और दया को सम्मिलित करती है। एक मर्द को समझदार और संवेदनशील, होना भी आवश्यक है। यह उसे अपने आसपास के लोगों के प्रति सहानुभूति और सम्मान के साथ रहने में मदद करता है। एक समर्थ मर्द विभिन्न परिस्थितियों में सकारात्मक रूप से आगे बढ़ता है और उत्कृष्टता की ओर प्रगति करता है।
By-HARIKISHOR GUPTA