भारतीय इतिहास | Indian histry in hindi

भारतीय इतिहास | भारतीय इतिहास हिंदी में

भारतीय इतिहास एक बहुत बड़ा देश है जो आदिकाल से ही अस्तित्व में है; यहां पर अनेक प्रकार के धर्म, शैली, संस्कृति के लोग एक साथ मिलकर विकसित हुए हैं; भारत को इतिहास में अलग-अलग नाम से जाना जाता है , जैसे भारत, इंडिया, हिंदुस्तान, आर्यावर्त और रीवा  ; इस देश में है अलग-अलग समयों में दुनिया के सभी देशों से लोग आए और यहीं के होकर रह गए; इस देश की सिंधु घाटी सभ्यता से विकसित हुई हैं, यहां पर प्रथम आर्यों का आगमन हुआ जिससे वैदिक सभ्यता की शुरुआत हुई, इसी तरह भारत पर अलग-अलग समय में बहुत से राजाओं ने शासन किया जिसका इतिहास बहुत ही गौरवशाली और समृद्ध रहा है ।।
भारतीय इतिहास |  भारतीय इतिहास हिंदी में
भारतीय इतिहास | भारतीय इतिहास हिंदी में
भारतीय इतिहास बहुत ही विशाल और प्राचीन विषय है। इसे कई युगों और समय-सीमाओं में बाँटा जा सकता है। जो इस प्रकार, चार्ट के अनुसार बता रहे हैं।

1 प्राचीन काल :   

 
भारत में प्राचीन काल का इतिहास युगों के हिसाब से बताया गया है, जो इस प्रकार हैं।

वैदिक युग:    इस युग को भारतीय इतिहास में बहुत महत्वपूर्ण माना गया है,इसी युग में जब आर्यों का आगमन हुआ,तो उन्होंने संस्कृत भाषा में यज्ञ,ध्यान,योग और वेदों की परंपरा की शुरुआत की।इसी युग में धर्म,न और जीवन का मूल सिद्धांत प्रकट हुआ। इसमें सबसे अधिक महत्वपूर्ण यज्ञ किया जाता था क्योंकि यज्ञ से आयु वृद्धि और समृद्धि प्राप्त होती है। 

इस युग को वेदों के आधार पर चार अलग-अलग तरह के सिक्कों में बाटा गया है 

ऋग्वेददुनिया का सबसे प्राचीनतम ग्रंथ ऋग्वेद ही है, जो वर्तमान समय में भी मौजूद है। ऋग्वेद में लगभग 11 हजार मंत्र हैं जिनके 10 अध्याय बताए गए हैं। वैज्ञानिक रचना किसी एक ऋषि ने एक निश्चित समय नहीं बताया, लेकिन अलग-अलग अलग-अलग काल में कई ऋषियों ने कहा। इसमें जल चिकित्सा, सौर चिकित्सा, वायु चिकित्सा, मानस चिकित्सा एवं घरेलू चिकित्सा आदि की भी जानकारी है।  


यजुर्वेद : हिंदू धर्म में दूसरा सबसे बड़ा वेद यजुर्वेद ही है, यजुर्वेद में यजु का अर्थ यज्ञ होता है यजुर्वेद का अधिकांश मंत्र ऋग्वेद और अथर्ववेद से लिया गया है। यजुर्वेद का मंत्र गद्ध और पद्ध दोनों विधाओं में लिखे गए हैं और इस वेद में गद्ध विधा में लिखे गए वेद को यजुर्वेद कहा गया है। धार्मिक ईसाइयों की रचना लगभग 1400 ईसा पूर्व कुरूक्षेत्र में मानी गई है।

यजुर्वेद से सम्बंधित रोचक तथ्य : 

गाय मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र यजुर्वेद से ही लिया गया है। जो हिंदू धर्म में सबसे अनोखा और लोकप्रिय मंत्र है।
यज्ञ का महत्व यजुर्वेद में ही दिया गया है,इसमें यज्ञ के माध्यम से देवी देवताओं की पूजा की जाती है,यजुर्वेद में दिए गए मंत्रो का आज भी हिंदू धर्म में उपयोग किया जाता है।उपनिषदों की शुरुआत यजुर्वेद से ही होती है,जिसमें 
आध्यात्मिक ज्ञान और ब्रह्म की अध्यात्मिकता पर विचार किया जाता है। सामवेद: हिंदू धर्म में तीसरा सबसे बड़ा वेद सामवेद है, सामवेद में 99 मंत्रों के अलावा सभी मंत्र ऋग्वेद से लिए गए हैं और 17 मंत्र अथर्ववेद से कुल मिलाकर सामवेद के मंत्रों की संख्या 1875 हैं। सामवेद का अर्थ संगीत: गीत है जिसमें ' शाम ' शब्द का अर्थ है "गान" जिसमें मुख्य गीत हैं।


सामवेद से जुड़े रोचक तथ्य : 

वैसा मंत्र जो गया जा सकता हैं,जो संगीतमय हो उन सभी मंत्रो का तात्पर्य सामवेद से ही है।
सामवेद में मंत्रो का उच्चारण संगीतिया/गायन के रूप में किया जाता हैं।
सामवेद में मानव जीवन की सुख, शांति,एवं समृद्धि के लिए देवताओं की उपासना और प्रार्थनाएतकीय जाता हैं।

संगीत स्वर :-

नारदीय शिक्षा ग्रंथ में ही सामवेद की गीत संगीत पद्धति का वर्णन मिलता है, जिसको आधुनिक भारतीय और कर्नाटक संगीत में स्वरों के क्रम में सा-रे-गा-मा-पा-धा-नि-सा के नाम से जानते हैं ।     
                                       संगीत स्वर :-
षडज् – सा
ऋषभ – रे
गांधार – गा
मध्यम –
पंचम –
धैवत –
निषाद – नि

अथर्ववेद :

हिंदू धर्म में चौथा सबसे बड़ा वेद अथर्वेद ही हैं,जिनकी रचना अथर्वन ऋषि ने किया था। ' अथर्व संस्कृत का एक शब्द है और "वेद का अर्थ" ज्ञान /विद्या होता हैं। यानी अथर्ववेद ऋषि अथर्वन के द्वारा ज्ञान की बातें प्रस्तुत करने वाला वेद है। इसमें मन्त्र, आयुर्वेद, औषधियाँ, उपचार, ऊपासना, आचारधर्म, आध्यात्मिक उपदेश आदि के बारे में वर्णन किया गया हैं।

अथर्ववेद से जुड़े रोचक तथ्य : 

अथर्ववेद में  समृद्धि, सुख, संकट मुक्ति, और स्वास्थ्य की प्राप्ति के लिए अलग अलग मंत्रों में वर्णन किया गया हैं।
अथर्ववेद में आध्यात्मिक ज्ञान की महत्वपूर्णता को प्रस्तुत किया गया है, जो मनुष्य के आत्मा और आध्यात्मिक उन्नति के विचार पर चर्चा करते हैं।

2 मध्य काल :   

दोस्तों इस अध्याय में भारत के मध्यकालीन इतिहास के बारे में जानेंगे मध्यकाल को मध्ययुग भी कहा जाता है ,इनका ऐतिहासिक काल 8 वी सदी से लेकर 16वी सदी तक माना जाता हैं।
  • भारत में इस्लाम का उदय मध्यकालीन युग में ही हुआ था। जिनका संस्थापक मोहम्मद साहब कुरैश जनजाति के थे। इसी युग में भारत पर हुए विदेशी आक्रमण के बारे में बताया गया है।
  • भक्ति और सूफी आंदोलन का प्रचार प्रसार भी मध्यकालीन युग में ही हुआ था
  • महान गुरु और आचार्य का जन्म भारत के मध्य युग में ही हुआ था जिन्होंने भारतीय संस्कृति का प्रचार प्रसार किया।

मध्यकाल से जुड़े रोचक तथ्य : 

  • मध्यकाल में ही ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती, कुतुबुद्दीन बख्तियार, काकी शेख, हमीमुद्दीन ,नागौरी शेख, निजामुद्दीन, औलिया शेख, नसीरुद्दीन ,चिराग देहलवी ख्वाजा सय्यद मोहम्मद गेसुद राज आदि सूफी आंदोलन के प्रवर्तक मिले थे।
  • भक्ति आंदोलन की शुरुआत रामानुज जी ने दक्षिण भारत में बहुत ही जोरों से किया था।
भारत के सिंध प्रांत पर अरबो का कब्जा करना इसके अतिरिक्त मोहम्मद गजनबी खिलजी बाबर अकबर आदि मुस्लिम शासको के बारे में जानकारी मध्यकाल में ही वर्णित हैं। आधुनिक काल :

3 आधुनिक काल :

1850 के बाद भारत में जो भी हुआ,वह इतिहास भारत के आधुनिक काल के अंतर्गत आता है; जिसका एक बहुत ही बड़े हिस्से पर ब्रिटिश शासन का कब्जा था। सभी इतिहासकारों का अपना अलग-अलग राय है बल्कि कुछ इतिहासकारों का एक भी मानना है कि भारत का आधुनिक काल आजादी पर ही खत्म हो जाता है।यानी आधुनिक काल का कार्यकाल 1757 से 1947तक ही माना गया हैं।

आधूनिक काल से जुड़े रोचक तथ्य : 

  • भारतीय आधुनिक काल की शुरुआत स्वतंत्रता संग्राम से हुई थी, जिसमें भारतीयों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया। गांधीजी की नेतृत्व में आंदोलनों ने भारत को स्वतंत्रता दिलाई।
  • आधुनिक काल में भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भी बड़े कदम उठाए हैं। भारत अंतरिक्ष अनुसंधान में भी महत्वपूर्ण योगदान देता है।
  • आधुनिक भारत में सांस्कृतिक संविवेक की महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत के विविध सांस्कृतिक मसाले और प्रसिद्ध विश्व प्रसिद्ध हैं।
  • आधुनिक भारत में शिक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में भी प्रगति हुई है। भारत विश्वभर में शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देता है।
सामान्य प्रश्न

आधुनिक काल क्या है?

आधुनिक युग में हुई घटनाओं के बारे में जानिए आधुनिक काल के इतिहास के बारे में ।

आधुनिक इतिहास के सामान्य ज्ञान कौन है?

वोल्टेयर को आधुनिक इतिहास के बारे में बताया जाता है।

आधुनिक इतिहास कब से कब तक?

भारत का आधुनिक इतिहास का कथन 1757 से 1947 तक माना जाता है।


दोस्तों, हमने इस लेख में भारतीय इतिहास के बारे में बताया है, यह जानकारी आपके लिए कैसी है, कमेंट में अपने विचार अवश्य साझा करें।
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